मेजर संदीप NSG Commando एंड मेजर फिल्म ये ब्यक्ति कौन है

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मेजर संदीप NSG Commando एंड मेजर फिल्म ये ब्यक्ति कौन है 

हेल्लो दोस्तो आज हम सब जानते हैं मेजर संदीप NSG Commando एंड मेजर फिल्म ये ब्यक्ति कौन है   आखिरकार मेजर संदीप है कौन और मेजर फिल्म बनी है आईए जानते हैं हेल्लो दोस्तो मेजर संदीप एक भारतीय है और NSG Commando भी  रहे चुके हैं  और NDA में सिलेक्शन लिया था अब मेजर संदीप हमारे बीच नहीं रहे

 

 

 

मेजर संदीप उन्नीकृष्णन एक भारतीय सेना अधिकारी थे जिन्होंने 26/11 मुंबई हमले के दौरान अपनी बहादुरी और बलिदान के लिए देश को गौरवान्वित किया। मेजर संदीप का जन्म 15 मार्च 1977 को केरल के कोझिकोड में हुआ था। वह एक मध्यम वर्ग के परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता के. उन्नीकृष्णन एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी थे, जबकि उनकी माता दिना उन्नीकृष्णन एक गृहिणी थीं।

 

 

मेजर संदीप ने अपनी स्कूली

  • मेजर संदीप ने अपनी स्कूली शिक्षा कोझिकोड के सेंट थॉमस रेजीडेंशियल स्कूल से पूरी की।
  • इसके बाद, उन्होंने बैंगलोर के नेशनल कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
  • सेना में शामिल होने के लिए मेजर संदीप ने 1995 में नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) में प्रवेश लिया। उन्होंने 1999 में भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और
  • भारतीय सेना में एक लेफ्टिनेंट के रूप में नियुक्त हुए।

 

 

मेजर संदीप सैन्य सेवा

  • मेजर संदीप ने अपनी सैन्य सेवा के दौरान कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।
  • उन्होंने जम्मू-कश्मीर में तैनात एक पैरा स्पेशल फोर्सेस बटालियन में सेवा की।
  • इसके बाद, उन्हें नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) में तैनात किया गया,
  • जहां उन्होंने एक कommando के रूप में कार्य किया। 26 नवंबर 2008 को,
  • मेजर संदीप ने मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के दौरान अपनी बहादुरी और बलिदान का प्रदर्शन किया।
  • उन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर ताज होटल में आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और कई आतंकवादियों को मार गिराया।

 

 

 

  • हालांकि, इस लड़ाई के दौरान मेजर संदीप गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनकी मृत्यु हो गई।
  • उनकी बहादुरी और बलिदान के लिए उन्हें मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया।
  • मेजर संदीप की कहानी एक प्रेरणा है जो हमें देशभक्ति और बलिदान की महत्ता को समझने के लिए प्रेरित करती है।
  • उनकी बहादुरी और बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा।

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